Peacefully Yours

नमन आपको हे प्रभु
उम्र की सीढ़ी से आपको छुआ
कहां अछूता मैं आपकी रीत से
जो सबके साथ मुझसे भी वही हुआ |

रीत वही है प्रीत वही है अब जाना है
नीत वही है गीत वही है अब जाना है
रंग वही है ढंग वही है अब जाना है
संग यही है संग नहीं है अब जाना है
जीवन – मृत्यु के कर्तव्य पर ना बहाना हुआ
उम्र की सीढ़ी से आपको छुआ |

मासूम बचपन अल्हड़ जवानी वैसे ही
सुख-दुख ऊंच-नीच आनी जानी वैसे ही
ढलती मेधा, फिसलता मोह वैसे ही
श्रृंखलाएं यादों की, सपनों में योग वैसे ही
परंपरा को यूं मुझसे निभाना हुआ
उम्र की सीढ़ी से आपको छुआ |

नमन आपको हे प्रभु
उम्र की सीढ़ी से आपको छुआ
कहां अछूता मैं आपकी रीत से
जो सबके साथ मुझसे भी वही हुआ |

Published by J M Negi

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